उज्जैन। मध्य प्रदेश इन दिनों कड़ाके की सर्दी की चपेट में है। हालांकि 26 नवंबर से जारी बारिश का दौर थम गया है लेकिन अभी प्रदेश वासियों को बारिश से राहत मिलती नज़र नहीं आ रही। मौसम विभाग की मानें तो तीस नवंबर को बार फिर राज्य के कई इलाकों में बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही उत्तर भारत की ओर से चल रही सर्द हवाओं का असर भी बना रहेगा। दरअसल महाराष्ट्र की ओर से पश्चिमी विक्षोभ का एक और सिस्टम बन रहा है। जो कि पश्चिमी मध्य प्रदेश में वर्षा का कारण बन सकता है।
हालात ये हैं कि दिन में भी लोग ऊनी कपड़े पहन रहे हैं
ऐसे में उज्जैन रतलाम नीमच मंदसौर आगर मालवा राजगढ़ इंदौर देवास धार खंडवा खरगोन बैतूल समेत कई जिलों में बारिश हो सकती है। बारिश का यह सिलसिला दिसंबर के प्रारंभिक दिनों तक जारी रहेगा। साथ ही बंगाल की खाड़ी में उठने वाले चक्रवात से भी प्रदेश में बारिश होगी। जिसका असर करीब 6 दिसंबर तक रहेगा। दूसरी ओर प्रदेश के उज्जैन सहित अन्य स्थानों पर लोग कड़ाके की सर्दी का अनुभव कर रहे हैं। हालात ये हैं कि दिन में भी लोग ऊनी कपड़े पहन रहे हैं तो दूसरी ओर कुछ स्थानों पर अलाव तक जलाए जा रहे हैं। शहर और प्रदेश के कई शहरों में आसमान में बादल मंडरा रहे हैं।
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शाम के समय हवा की रफ्तार चार किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई
ठंड से बचने के लिए लोग धूप की आस लगाए हुए हैं लेकिन बादलों से आसमान ढंके होने के कारण लोगों को मायूस होना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि मौसम में सर्दी का असर ऐसे ही बना रह सकता है। उज्जैन में 29 नवंबर को न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि अधिकतम तापमान तेईस डिग्री दर्ज किया गया। शाम के समय हवा की रफ्तार चार किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई।