इस साल रक्षाबंधन का त्योहार 30 और 31 अगस्त दो दिनों तक मनाया जाने वाला है। इस बार 30 अगस्त को सावन पूर्णिमा के दिन सूर्य, बुध, गुरु, शुक्र और शनि ग्रह मिलकर पंच महायोग का निर्माण कर रहे हैं। इन पांच ग्रहों की ऐसी स्थिति के कारण बुधादित्य, वासरपति और शश योग भी बन रहा है। 700 साल के बाद ऐसा संयोग बना है, जब रक्षाबंधन के दिन पंच महायोग बन रहा है। 30 अगस्त को रक्षाबंधन के पूरे दिन भद्रा काल भी रहेगा, जिसे काफी अशुभ माना जाता है। भद्रा के चलते कई लोग 31 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार मनाएंगे।
30 अगस्त के दिन पंच योग बनने से रक्षाबंधन का महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में रक्षाबंधन के दिन कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए। साथ ही जो लोग 30 अगस्त का रक्षाबंधन मनाने वाले हैं, वे रात 09 बजकर 02 मिनट के बाद ही राखी बांधें। वहीं, जो लोग 31 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने वाले हैं, वे सुबह 07 बजकर 05 मिनट तक ही राखी बांध सकते हैं। इसके बाद सावन पूर्णिमा समाप्त हो जाएगी।
ध्यान रखें ये बातें
यदि आप 30 अगस्त को रक्षाबंधन मना रहे हैं, तो गलती से भी भद्रा काल में अपने भाई को राखी न बांधें। ऐसा करने से जीवन में संकट आता है। रावण को उसकी बहन ने भद्रा काल में राखी बांधी थी और उसी साल प्रभु श्रीराम ने रावण का वध किया था।
भाई को प्लास्टिक, खंडित या अशुभ चिह्न वाली राखी ना बांधें। साथ ही काले रंग की राखी भी अशुभ मानी जाती है। भाई और बहन दोनों के लिए यह अशुभ होता है।
रक्षाबंधन पर भाई अपनी बहन के तोहफे को ध्यान रखकर दें। बहन को कभी भी धारदार या नुकीली चीजें भेंट न करें। ना ही कभी कांच की चीज, रुमाल और जूते-चप्पल गिफ्ट में दें।
रक्षाबंधन के दिन भाई-बहन को काले रंग के कपड़े नहीं पहनना चाहिए। इस दिन लाल, पीले या हरे रंग के कपड़े पहनना शुभ माना जाता है।
रक्षाबंधन के दिन मांस, मदिरा जैसी तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन शुद्ध और सात्विक भोजन ही ग्रहण करें।
राखी बांधते समय ध्यान रहे कि बहन इस तरह बैठें कि उनका मुख दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर और भाई का चेहरा उत्तर-पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए।