उज्जैन। श्रावण माह के अंतिम सोमवार अर्थात 28 अगस्त को महाकाल में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा तो वहीं तड़के होने वाली भस्मारती में भी श्रद्धालुओं का सैलाब दिखाई दिया। गौरतलब है कि महाकाल मंदिर में श्रावण माह शुरू होने से लेकर अभी तक श्रद्धालुओं की भीड़ ने रिकाॅर्ड तोड़ दिए है।
मंदिर के पट शनिवार-रविवार की दरमियानी रात 2 बजे बाद खुले लेकिन इसके पहले से ही मंदिर में भस्मारती दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की कतार लग गई थी। महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण मास के अंतिम सोमवार पर लाखों आस्थावानों की भारी भीड़ उमड़ी। जिन्होंने बाबा महाकाल के निराकार से साकार स्वरूप के दर्शन किए। चलित भस्म आरती के तहत दर्शन का क्रम रात्रि 2:30 बजे मंदिर के पट खुलते ही शुरू हुआ, जिसके बाद पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया। सोमवार को छोड़कर मंदिर में प्रतिदिन बाबा महाकाल के गर्भगृह के पट अलसुबह 3 बजे खुलते हैं। लेकिन सोमवार को बाबा महाकाल भक्तों को दर्शन देने के लिए आधे घंटे पहले जागे। भस्मआरती के पूर्व मंदिर मे पुजारी, पुरोहितों ने जलाभिषेक कर भगवान महाकाल का भांग और सूखे मेवे से श्रृंगार किया। पूजन के पश्चात महानिवार्णी अखाड़े के द्वारा भस्म अर्पित की गई। श्रावण मास में बाबा महाकाल के दरबार में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। इस मास में अधिक से अधिक श्रद्धालुओ को बाबा महाकाल की अलसुबह होने वाली भस्म आरती के दर्शन हो सके। इसीलिए श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति ने चली दर्शन व्यवस्था की शुरुआत की है। सोमवारसुबह भी भस्म आरती के दौरान चलायमान दर्शन व्यवस्था का लाभ लेकर लाखो भक्तों ने बाबा महाकाल के दर्शनों का लाभ लिया।
जयवर्द्धन सिंह ने किए दर्शन
इधर सोमवार की सुबह कांग्रेस नेता और प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री जयवर्द्धनसिंह ने भी महाकाल मंदिर पहुंचकर दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने मीडिया से कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे श्रावण मास के अंतिम सोमवार पर बाबा महाकाल की इस आरती के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आपने अभी कहा कि बाबा महाकाल का आशीर्वाद देश व प्रदेश पर बना रहे बस मेरी यही कामना है।