उज्जैन। लोको पायलट को पदोन्नति देकर उज्जैन से इंदौर स्थानांतरित करने के रेल प्रशासन के आदेश को लेकर रेलवे कर्मचारियों का विरोध लगातार जारी है।
रेलवे कर्मचारियों ने परिजनों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी हाथों में तख्तियां लेकर क्रमिक भूख हड़ताल में शामिल हुए। उज्जैन से लोको पायलट पैसेंजर से मेल एक्सप्रेस पर पदोन्नति देकर इंदौर स्थानांतरित करने के आदेश के विरोध में पिछले छह दिन से लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके साथ ही रेल कर्मचारियों द्वारा अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल कर धरना प्रदर्शन भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार शाम उज्जैन लॉबी पर रेल कर्मचारियों के परिजनों ने बच्चों के साथ उपस्थित होकर सपरिवार समर्थन दिया और क्रमिक भूख हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन में शामिल हुए। बच्चों द्वारा थामी गई तख्तियां पर मेरे पापा का ट्रांसफर मत करो, डीआरएम अंकल बीच में ही मेरी पढ़ाई मत छुड़वाओ, मेरे स्कूल के दोस्तों से मुझे अलग मत करो… जैसी लाइनें लिखी हुई थी। वहीं महिलाओं द्वारा थामी गई तख्तियों पर मंडल रेल प्रबंधक से अनुरोध किया गया कि हमारी गृहस्थी मत उजाडि़ये। उज्जैन रनिंग मुख्यालय बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति के एसके यादव, रवींद्र उपाध्याय, राजेश दीक्षित, नरेंद्र सहगल ने बताया संयुक्त मोर्चे के संयोजक एसएस शर्मा एवं अभिलाष नागर के आव्हान पर यह प्रदर्शन रेलवे स्टेशन परिसर में रेल परिजनों एवं बच्चों के साथ किया गया। रेलवे कर्मचारियों ने सभी रहवासियों, यात्रियों, सामाजिक संगठनों, धार्मिक संगठनों, विद्यार्थियों, जनप्रतिनिधियों, रिटायर्ड कर्मचारियों आदि से भी अनुरोध किया कि इस संवेदनशील मुद्दे पर रेल परिवारों के विस्थापन को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री, रेल मंत्री एवं सांसदों आदि तक पहुंचाया जाए।