बुरहानपुर। मप्र पर्यटन बोर्ड द्वारा जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के सहयोग से महिलाओं द्वारा बनाना फाइबर और रोपवे से निर्मित राखियां बनाई जा रही हैं। प्रदेश में महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने की दिशा में यह पहल सराहनीय है। साथ ही पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी अच्छी पहल है। राखी का पर्व आते ही बाजारों में रंग बिरंगी विभिन्न तरह की राखियां बाजार में आती हैं।
इस बार बनाना फाइबर से बनी इको फ्रेंडली राखियां भी बाजार में नजर आ रही हैं। ये राखियां लोगों को भी खूब भा रही हैं। कलेक्टर भव्या मित्तल के निर्देशानुसार खकनार में जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा महिलाओं को बनाना फाइबर की रखियां बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यहां से निर्मित राखियां लोगों को आसानी से उपलब्ध हों इसके लिए सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं द्वारा स्टाल लगाए जा रहे हैं। एक और प्रशिक्षण शिविर ग्राम झिरी में गुरुवार से शुरू किया जा रहा है। कलेक्ट्रेट में लगाए गए स्टाल में 20 रुपये से लेकर 100 रुपये मूल्य की राखियां उपलब्ध हैं। डीएटीसी की अधिकारी राजकुमारी ठाकुर ने बताया कि अभी यह पहला वर्ष है। महिलाओं द्वारा बनाना फाइबर से राखी सहित अन्य कई समान बनाए जा रहे हैं।