उज्जैन। शहरवासियों के साथ ही बाहर से आने वाले हजारों श्रद्धालुओं को अब जल्द ही उज्जैन की गौरवगाथा वाटर स्क्रीन प्रोजेक्ट पर देखने और सुनने को मिलेगी। इसके साथ ही यह भी बताया जाएगा कि महाकालेश्वर का प्राकट्य कैसे हुआ था। इसकी तैयारियां पर्यटन विकास निगम द्वारा की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार निगम ने कमल तालाब के साथ ही बड़े रूद्रसागर में थ्री डी वाटर स्क्रीन प्रोजेक्शन शो के क्रियान्वयन करने की तैयारी की है और इसके लिए निविदा भी 23 अगस्त तक आमंत्रित की है। निगम अधिकारियों के अनुसार जल्द ही निविदा को फायनल कर योजना को अमली जामा पहना दिया जाएगा। गौरतलब है कि जब से महाकाल लोक बना है तभी से शहर में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में बहुत अधिक बढ़ोतरी हो गई है ,श्रेष्ठ प्रस्ताव देने वाली फर्म को अगले आठ माह में योजना पूर्ण करने का कार्य आदेश जारी किया जाएगा। तय फर्म पांच वर्ष तक योजना का संचालन और देख-रेख करेगी। बता दें कि उज्जैन में पर्यटन बढ़ाने के लिए प्रदेश की शिवराज सरकार श्री महाकाल महालोक में लगातार नए आकर्षण जोड़े जा रही है। भव्य मूर्तियों की स्थापना के बाद अब प्राचीन रुद्र सागर में फव्वारों से पानी की स्क्रीन तैयार कर उस पर ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के प्राकट्य और उज्जयिनी की गौरव गाथा, कमल तालाब में लाइट एंड साउंड शो दिखाने की तैयारी की जा रही है। योजना के सेटअप की स्थापना, संचालन और प्रदर्शित की जाने वाली कहानी तैयार करने को पर्यटन विकास निगम देशभर की नामी-गिरामी संस्थाओं से सुझाव प्राप्त कर चुका है। इधर, उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी ने 505 करोड़ की श्री महाकाल महालोक परियोजना-2 को 30 सितंबर तक पूर्ण कराने का लक्ष्य रखा है, ताकि सरकार, विधानसभा चुनाव आचार संहिता लागू होने से निर्माण कार्यो का लोकार्पण कर सके।