पीएम मोदी ने कहा, भारत और अफगानिस्तान के लोगों के बीच सैकड़ों सालों से मित्रता का भाव रहा है. बीते 20 सालों में भारत ने अफगानिस्तान के आर्थिक और सामाजिक विकास में योगदान दिया है.
Shanghai Cooperation Organisation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को शंघाई सहयोग संगठन के वर्चुअल शिखर सम्मेलन में भाग लिया. इस दौरान पीएम ने कहा कि, SCO यूरेशिया की शांति, समृद्धि और प्रगति के लिए एक बड़ा मंच बनकर उभरा है. PM मोदी ने कहा, भारत और यूरेशिया के बीच हजारों साल पुराने सांस्कृतिक और लोगों के आपसी संबंध साझा विरासत का जीता-जागता प्रमाण हैं. पीएम ने कहा, भारत ने बतौर एससीओ के अध्यक्ष के रूप में बहुमुखी सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए लगातार प्रयास किए हैं.
- पीएम ने स्पष्ट शब्दों पाकिस्तान को लताड़ा
इसके अलावा पीएम मोदी ने इस सम्मेलन में दुनिया के तमाम बड़े नेताओं के सामने पाकिस्तान का असली चेहरा खोल कर रख दिया. पीएम मोदी ने कहा, आतंकवाद चाहे किसी भी रूप में हो, हमें उसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा. पीएम मोदी ने आगे पाकिस्तान का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधा. पीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कुछ ऐसे देश हैं जो सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीतियों के औजार के रूप में इस्तेमाल करते हैं. ये देश आतंकवादियों को पनाह देने का काम करते हैं. SCO को ऐसे देशों की आलोचना करने में संकोच नहीं करना चाहिए.
- भारत और अफगानिस्तान के बीच सैकड़ों सालों की मित्रता
पीएम मोदी ने कहा, भारत और अफगानिस्तान के लोगों के बीच सैकड़ों सालों से मित्रता का भाव रहा है. बीते 20 सालों में भारत ने अफगानिस्तान के आर्थिक और सामाजिक विकास में योगदान दिया है. 2021 की घटनाओं के बाद भी भारत अफगानिस्तान को मानवीय सहायता भेजता रहा है. उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल पड़ोसी देशों में अस्थिरता फैलाने या कट्टरपंथी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए न किया जाए. बता दें कि इस वर्चुअल बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत एससीओ देशों के राष्ट्राध्यक्ष मौजूद रहे.