भोपाल– भोपाल नगर निगम जोन 13 में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा पक्षपात की कार्यवाही जोरों से देखी जा रही है वही साकेत नगर- वी डी ए जैसे कई इलाकों में नगर निगम के सफाई कर्मचारी सफाई करते तो नजर आ जाएंगे लेकिन वार्ड 55 में अमराई क्षेत्र में तो कहीं कहीं कई वर्षों से सफाई कर्मचारियों को सफाई करते नहीं देखा गया है, वही नागरिकों का कहना है अमराई मैं कुछ जगह तो ऐसी है जहां भाजपा के छुटभईये नेता निवास करते हैं वहां तो अक्सर सफाई होती देखी जाती है लेकिन इसी क्षेत्र की कुछ ऐसी जगह हैं जहां कभी भी सफाई कर्मचारी सफाई करते नजर नहीं आता है इसी वार्ड में नगर निगम के सुलभ कंपलेक्स के सामने यूनिवर्सिटी के बाउंड्री वॉल पर नगर निगम के द्वारा राजस्व का नुकसान कर अच्छे-अच्छे स्लोगन लिखे तो देखे जा रहे हैं जहां इन स्लोगनओं में सफाई रखने के लिए क्षेत्र की जनता को जागरूक करने के लिए लाखों रुपए खर्च किए गए हैं ,वही ठीक उसी स्थान पर जहां बैठने का सर्वजनिक निर्धारित स्थान भी बनाया गया है वहीं पर गंदगी का जमावड़ा भी देखा रहा है, अब सवाल यह है कि जब गंदगी का जिस जगह पर जमावड़ा देखा जा रहा हो उसी जगह पर लाखों रुपए खर्च कर इस तरह के स्लोगन लिखने का आखिर क्या मायने हैं। वार्ड के कई नागरिकों का यह भी कहना है जो अमराई क्षेत्र के ही निवासी हैं कि हमारे एरिया में कभी कोई भी नगर निगम का कर्मचारी सफाई करने नहीं आता है सभी निवासी अपने अपने घर के सामने खुद सफाई करते तो फिर टेक्स के रूप में सफाईकर क्यों लिया जाता है, आखिर इसके पीछे की कहानी भी समझ से परे है। वार्ड 55 के सभी नागरिकों से संपत्ति कर तो वसूला जा रहा है जिसमें एक परसेंट सफाई टैक्स भी जुड़ा हुआ है , तो फिर नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग सफाई के मामले में पक्षपात क्यों कर रहा है। वार्ड की पार्षद तो कभी इस क्षेत्र में भ्रमण करती देखी नहीं गई है , वही नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने भी कसम सी खा रखी है । प्रदेश में भाजपा की सरकार है जहां भाजपा के छुटभईये नेता निवास करते हैं वही सफाई करना है बाकी निवासियों से सिर्फ संपत्तिकर एवं सफाईकर ही वसूल करना है। सार्वजनिक स्थान पर जहां बैठने की जगह बनाई गई है वही अच्छे-अच्छे सफाई को लेकर स्लोगन भी लिखे गए हैं ठीक उसी स्थान पर कचरे डेर भी भारी पैमाने पर है , जिसमें भारी मात्रा में प्रतिबंधित पॉलिथीन देखी जा रहे हैं इससे प्रमाणित होता है की इस जोन 13 में कैंसर जैसी बीमारियों को जन्म देने वाली प्रतिबंधित पॉलिथीन जोन के स्वास्थ्य अधिकारी की कृपा दृष्टि से पॉलिथीन की खपत भी बेहिसाब हो रही हैं।