ग्वालियर। साल 2016 में नोटबंदी के दौरान बंद हो चुके एक हजार, पांच सौ रुपए के नोटों के साथ एक सफाई कर्मचारी सुल्तान करोसिया निवासी मुरैना को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है।
बाइक सवार के बैग से एक हजार की 41 गड्डी, 500-500 रुपए की 12 गड्डी मिली हैं। कुल 47 लाख रुपए मुरैना के सफाई कर्मचारी से पकड़ा गया है। नोटबंदी के बाद यह रुपए आम लोगों के लिए कचरा हैं, लेकिन इन्हें रखना अपराध है। क्योंकि यह ब्लैक मनी मानी जाएगी। असल में पकड़ा गया सफाई कर्मचारी इन नोटों को लेकर ग्वालियर के पास जंगल में जा रहा था। जहां मध्य रात्रि में तांत्रिक पूजा कर एक “जिन्न’ का आवहान करने वाला था। जहां इन नोटों को “जिन्न’ वर्तमान इंडियन करेंसी में बदल देता। अब क्राइम ब्रांच आरोपी से तांत्रिक का पता ठिकाना सहित मध्यस्थ का नाम पूछ रही है। साथ ही यह रुपए कहां से आए यह भी पता लगा रही है। ग्वालियर क्राइम ब्रांच के अफसरों को सूचना मिली थी कि मुरैना की ओर से काफी मात्रा में कैश ग्वालियर आने वाला है। वैसे ही विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगी हुई है। इस पर क्राइम ब्रांच के अफसरों ने एसएसपी राजेश सिंह चंदेल को सूचना दी। इसके बाद टीआई क्राइम अमर सिंह सिकरवार, सब इंस्पेक्टर क्राइम ब्रांच एसएस परमार के नेतृत्व में दो टीमें तैयार कर मुरैना से ग्वालियर आने वाले हाइवे पर लगा दी गईं। ट्रिपल आईटीएम के पास मुरैना रोड पर पहुंचकर क्राइम ब्रांच टीम द्वारा वहां पर आने जाने वाले वाहनों की चेकिंग शुरू की। कुछ समय बाद एक बाइक सवार आता दिखा, जिसने पुलिस की टीम को देखा वाहन को वापस लौटाने का प्रयास किया गया। पर अलर्ट पॉजिशन में खड़ी पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर बाइक सवार को पकड़ लिया।