देहरादून। देहरादून पुलिस ने राजधानी में करोड़ों के नकली दवा के कारोबार पर शिकंजा कसा है। मामले में दो आरोपियों को पकड़ा गया है। पुलिस ने उनके पास से उन्तीस लाख से ज्यादा नकली दवाईयां और मशीनें जब्त की हैं।
नकली दवाऐं बनाने का कारोबार
दवाई निर्माता कंपनी के नाम पर झबरेड़ा की एक फैक्ट्री में नकली दवाऐं बनाने का कारोबार जमकर चल रहा था। आरोपियों द्वारा फैक्ट्री में उक्त दवा कंपनी की दवाईयों की तरह दिखने वाली डुप्लीकेट दवाईयां तैयार की जा रही थीं। ये दवाईयां दिल्ली,लखनऊ, कलकत्ता आदि शहरों में बेची भी जा रही थीं।
लक्ज़री गाड़ियां खरीद लीं
दरअसल आरोपियों की नौकरी कोरोना महामारी के समय चली गई थी जिसके बाद पैसा कमाने के लिए उन्होंने यह तरीका अपनाया। इस काम से आरोपियों ने कुछ ही दिनों में जमीनें और लक्ज़री गाड़ियां खरीद लीं। पुलिस ने उनकी संपत्ति और वाहनों को फ्रीज कर लिया है। देहरादून पुलिस कप्तान अजय सिंह ने घटना की जानकारी दी। आरोपी सचिन शर्मा एस0एस0 मेडिकोज के नाम से देहरादून के अमन विहार में कारोबार कर रहा था। पुलिस ने सचिन शर्मा और मुजफ्फरनगर में रहने वाले उसके साथी विकास पिता उदयवीर को रायपुर सीमा के पास पकड़ लिया। आरोपी रेंज रोवर कार में सवार थे। अब पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है।