उज्जैन। सोमवार 11 सितंबर को जहां भूत भावन भगवान महाकाल की शाही सवारी निकलेगी तो वहीं गोपाल मंदिर पर भी दोपहर 12 बजे शयन आरती संपन्न होगी। इसके अलावा माखन मटकी भी फोड़ी जाएगी। गौरतलब है कि द्वारकाधीश गोपाल मंदिर में वर्ष में एक दिन ही दोपहर 12 बजे शयन आरती होती है और इस अवसर पर श्रद्धालुओं की भी भीड़ होगी।
माखन चोरी की लीला
गोपाल मंदिर की परंपरा अनुसार जन्माष्टमी के पांचवें दिन भगवान के बड़े होने पर माखन चोरी की लीला की जाती है। वहीं मंदिर में प्रतिदिन दिन रात में होने वाली शयन आरती भी नही की जाती है। बछ बारस पर पांचवे दिन भगवान बड़े हो जाते है, तब बाल लीला शुरू होती है। इसी दिन मंदिर के मुख्य द्वार पर होने वाले इस आयोजन के लिए बच्चों को राधा कृष्ण के रूप में श्रृंगारित कर भगवान की बाल लीला कराई जाती है। वहीं भक्त ग्वाल बाल के रूप में मौजूद रहते है।
कृष्ण लीला के दर्शन
सोमवार को सुबह 11 बजे से मंदिर परिसर में कृष्ण लीला के दर्शन होगेें। दोपहर 12 बजे मंदिर के मुख्य द्वार पर बंधी माखन मटकी को फोडऩे के लिए बाल स्वरूप में सजे बच्चों के हाथ में डंडा देकर माखन मटकी फोड़ी जाएगी। इस दौरान उपस्थित दर्शनार्थियों के बीच माखन लूटने की होड़ मची रहती है। भक्तों को माखन मिश्री का प्रसाद बांटा जाएगा। इसी दिन महिलाएं गाय-बछड़े की पूजा भी करती है।