उज्जैन। लगभग 6 माह पहले नोटिस देने के बाद भी जब महिला प्रोफेसर ने अपना मकान खाली नहीं किया तो आखिररकार हाउसिंग बोर्ड ने कार्रवाई करते हुए प्रोफेसर से बलपूर्वक मकान को खाली करा लिया। हालांकि राजस्व काॅलोनी में हुए इस मामले के दोरान महिला प्रोफेसर ने अच्छाखासा हंगामा भी खड़ा कर दिया था, लेकिन बावजूद इसके बोर्ड कर्मचारियों व अधिकारियों ने मकान को खाली करवाने में कामयाबी हांसिल कर ही ली।
हाउसिंग बोर्ड ने राजस्व कॉलोनी में जीडीसी की महिला प्रोफेसर का मकान खाली करवाने की कार्रवाई को अंजाम दिया। इस दौरान प्रोफेसर ने काफी हंगामा किया। कभी वह जेसीबी के आगे आकर खड़ी हो गई तो कभी जमीन पर लेट गई। इसके बाद टीम ने बलपूर्वक मकान खाली कर उसे तोड़ने की कार्रवाई शुरू की। बोर्ड की टीम राजस्व कॉलोनी में जीडीसी कॉलेज में पॉलिटिकल साइंस की प्रोफेसर कनुप्रिया देवताले का मकान खाली करवाने पहुंची थी। इस दौरान महिला प्रोफेसर ने जमकर किया हंगामा। हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों ने जेसीबी द्वारा मकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू की तो प्रोफेसर कनुप्रिया देवताले कई बार जेसीबी के सामने आ गई और कार्रवाई रोकने का प्रयास किया। उन्होंने अधिकारियों से गुहार भी लगाई। लेकिन टीम ने बलपूर्वक उन्हें वहां से हटाते हुए कार्रवाई को अंजाम दिया। हाउसिंग बोर्ड के डिप्टी कमिश्नर यशवंत कुमार दोहरे ने बताया कि प्रो. देवताले को छह माह से नोटिस दिए जा रहे थे। लेकिन वह मकान पर कब्जा करके बैठी थी। आपको बताते चलें कि इससे पहले 24 जून को भी टीम कार्रवाई करने पहुंची थी। तब भी प्रोफेसर देवताले ने काफी हंगामा किया। उस वक्त हाउसिंग बोर्ड की टीम ने जेसीबी की मदद से उनके क्वार्टर के बाहर लगी बाउंड्रीवॉल सहित सामने के कब्जे किए हुए दो गोडाउन जमींदोज कर दिए थे।