नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी पहल ‘प्रधानमंत्री जन धन योजना’ ने एक और उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। वित्तीय समावेशन के उद्देश्य से चलाए गए इस कार्यक्रम में खोले गए जन धन खातों की संख्या और उनमें जमा की गई कुल धनराशि में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत स्थापित बैंक खातों की संख्या अब 500 मिलियन यानी 50 करोड़ से अधिक हो गई है, जो एक असाधारण उपलब्धि है। इन खातों में संचयी जमा राशि 2.03 ट्रिलियन रुपये (2 लाख करोड़ से अधिक) की सीमा को पार कर गई है। प्रधान मंत्री मोदी ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की और रेखांकित किया कि इनमें से आधे से अधिक खाते महिलाओं के पास हैं। इसके अलावा, ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में स्थापित 67 प्रतिशत खातों के साथ, यह पहल पूरे देश में वित्तीय समावेशन का विस्तार सुनिश्चित कर रही है। नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, जन धन खातों की कुल संख्या 50 करोड़ से अधिक हो गई है। इन खातों में से 56 प्रतिशत महिलाओं के खाते में हैं, और 67 प्रतिशत ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में शुरू किए गए हैं। इन खातों में जमा राशि 2.03 ट्रिलियन रुपये से अधिक है, और लगभग 340 मिलियन RuPay कार्ड जारी किए गए हैं। PDJDY खातों में औसत शेष राशि 4,076 रुपये है। इसके अतिरिक्त, 55 मिलियन से अधिक जन धन खाते प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) के लाभार्थी हैं। इस पहल की पहुंच को 850,000 से अधिक बैंक मित्रों का भी समर्थन प्राप्त है, जो देश भर में पहले से बैंक रहित आबादी के लिए बैंकिंग सेवाओं की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। बता दें कि, 28 अगस्त 2014 को लॉन्च होने के बाद से, प्रधान मंत्री जन धन योजना ने नौ वर्षों की अवधि में आर्थिक रूप से वंचित लोगों के जीवन पर बेहद सकारात्मक और परिवर्तनकारी प्रभाव डाला है।