अधिकमास सावन में बुधवार से कृष्ण पक्ष शुरू हो गया है, जो 16 अगस्त तक रहेगा। अगस्त का महीना त्योहार, उत्सवों भरा रहेगा। मान्यता है कि पुरुषोत्तम मास में किया गया पुण्य अन्य महीनों में किए पूजा-पाठ, दान से 10 गुना अधिक होता है। वहीं कर्क राशि में आने के बाद सूर्य का दक्षिणायन होना भी शुरू हो गया है। अगले छह महीने तक सूर्यदेव दक्षिणायन रहेंगे। साथ ही देव शयन होने से चातुर्मास भी चल रहा है।
अधिक मास 16 अगस्त तक रहेगा। यानी पुरुषोत्तम मास समाप्त होकर 17 अगस्त से शुद्ध श्रावण मास प्रारंभ होगा। इस शुद्ध श्रावण मास में विभिन्न पर्व-त्योहार मनाए जाएंगे। ज्योतिषाचार्य जगदीश शर्मा के अनुसार पुरुषोत्तम मास की पूर्णिमा के बाद से सनातन धर्म में त्योहारों की श्रृंखला शुरू हो गई है, जो कार्तिक माह तक चलेगी। सावन की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को सावन का मुख्य पर्व हरियाली तीज 19 अगस्त को रहेगी। इसके बाद 21 अगस्त को नाग पंचमी पर्व पर भोलेनाथ व उनके नाग की पूजा होगी। 30 अगस्त को भाई-बहन के अमर प्रेम का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन मनाया जाएगा। अगस्त के पूरे महीने में ग्रह नक्षत्र और योगों का बेजोड़ संयोग भी बनेगा।
यह व्रत-त्योहार पड़ेंगे इस माह
12 अगस्त – कमला एकादशी व्रत
13 अगस्त – प्रदोष व्रत
14 अगस्त – सावन सोमवार
15 अगस्त – देव व पितृकार्य अमावस्या
16 अगस्त – स्नानदान श्राद्ध अमावस्या
17 अगस्त – सिंह संक्रांति
18 अगस्त – सिंजारा दोज
19 अगस्त – हरियाली तीज
21 अगस्त – नाग पंचमी, सावन सोमवार
22 अगस्त – मंगला गौरी व्रत
23 अगस्त – तुलसी जयंती
25 अगस्त – वर लक्ष्मी व्रत
27 अगस्त – पुत्रदा (पवित्रा) एकादशी व्रत
28 अगस्त – सावन सोमवार, प्रदोष व्रत