उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पत्नी साधना और बेटे कुणाल चौहान के साथ महाकाल मंदिर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘पिछले सोमवार को जब महाकाल महाराज की शरण में आए थे, तब प्रदेश में अकाल की स्थिति थी।
मुख्यमंत्री ने कहा पानी के अभाव के कारण फसलें सूखने लगी थीं। किसानों के चेहरे मुर्झाए थे। भारी संकट था। तब महाकाल महाराज के चरणों में बारिश के लिए प्रार्थना की थी। सच्चे हृदय से की जाने वाली प्रार्थना स्वीकार होती है। मैं महाकाल के चरणों में फिर प्रणाम करने आया हूं। सब सुखी हों, निरोग हों, सबका मंगल और कल्याण हो, ऐसी ही प्रार्थना है।