उज्जैन। सरकारी स्कूलों के हाल कितने बेहाल है इसका उदाहरण हाल ही में उस वक्त सामने आया है जब एक स्कूल में विद्यार्थियों को पढ़ाई कराने की बजाय टाॅयलेट और नाली की सफाई कराई जा रही थी। हालांकि इस मामले में जिला शिक्षा विभाग ने जांच के आदेश दे दिए है।
जानकारी के अनुसारी शनिवार के दिन स्कूल में विद्यार्थियों से सफाई कराई गई। इसका वीडियो सामने आया है और स्कूली विभाग ने एक्शन भी ले लिया। बताया गया है कि जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर झारड़ा के ग्राम पांडलिया का है। वीडियो यहां के शासकीय प्राथमिक विद्यालय का है। आरोप है कि स्कूल के शिक्षक और कर्मचारी कुछ छात्रों से टॉयलेट और इससे लगी नाली को साफ करवा रहे थे । स्कूल के पास से बाइक से गुजर रहे लोगों ने इसका वीडियो बना लिया। उन्हें देख शिक्षकों ने सफाई बंद करा दी। इसके बाद खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। सफाई कर रहे छात्र पास ही बने हौज पर हाथ धोने चले गए। बाइक सवारों के पूछताछ करने पर चौथी क्लास के छात्र ने डरते हुए साफ करने की बात भी कबूली। वीडियो सामने आने के बाद सहायक जिला शिक्षा अधिकारी गिरीश तिवारी ने मौके पर BRC कैलाश दंडोतिया को जांच के लिए भेजा। शिक्षा अधिकारी ने शिक्षक और कर्मचारी से मोबाइल पर बात की। अपनी सफाई में शिक्षक और कर्मचारी ने बताया कि स्कूल परिसर में मिट्टी जम गई थी। कर्मचारी और छात्र सभी मिलकर मिट्टी हटा रहे थे। सहायक जिला शिक्षा अधिकारी तिवारी का कहना है कि उन्हें ऐसी सूचना मिली की टॉयलेट तो साफ नहीं करा रहे थे, वहां से एक नाली निकली है, इसे ही साफ कराया जा रहा था। हालांकि, जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।