बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के ग्राम अंबाला के पास ताप्ती नदी से वन विभाग की टीम ने सागौन की लकड़ी जब्त की है। ये सागौन लकड़ी के लट्ठे पानी के रास्ते बहाकर ले जाए जा रहे थे। सागौन लकड़ी के 18 नग लठ्ठे लगभग तीन घन मीटर के हैं। वन विभाग की टीम ने मुखबिर की सूचना पर ये कार्रवाई की।
दरअसल मध्य प्रदेश के बुरहानपुर के खकनार रेंज के वन विभाग के स्टाफ को मुकबिर से चार दिन पहले सूचना मिली थी कि लकड़ी माफिया सागौन की लकड़ियों को नदी में बहाकर दूसरी जगह ले जाने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद खकनार वन रेंज का स्टॉफ ड्रोन कैमरे से भी वन परिक्षेत्र पर अपनी निगाह बनाए हुए था। शनिवार को जैसे ही ग्राम अंबाला के पास ताप्ती नदी में सागौन के 18 नग लट्ठे बहते हुए दिखाई दिए तो विभाग की टीम ने कार्रवाई को अंजाम देते हुए लट्ठों को अपने कब्जे में लिया। ताप्ती नदी से जब्त किए गए 18 नग सागौन के लट्ठे तीन घन मीटर हैं। जब्त लट्ठों को डिपो भेजा जा रहा है और आरोपियों की तलाश की जा रही है। सात ही लकड़ी किस जंगल से लाई जा रही है इसकी भी जांच की जा रही है। उक्त कार्रवाई विपरीत परिस्थितियों में खकनार रेंज के स्टाफ जिनमें महिला वन रक्षक रूपा मुड़िया का विशेष योगदान रहा। इसके अतिरिक्त वन रक्षक विजय खंपरिया, वन रक्षक रमेश अग्निहोत्री, वन रक्षक मनोज कुशवाह का योगदान सराहनीय रहा है।