उज्जैन। उज्जैन के दशहरा मैदान स्थित आस्था गार्डन में शिव महापुराण कथा का आयोजन किया गया। सात दिनों तक यहां कथा वाचक महेश गुरू जी ने कथा की गंगा बहाई और इसमें हजारों की तादात में श्रद्धालुओं ने शामिल होकर कथा का रसपान किया।
कथा का आयोजन कोटा के महावीर धाकड़, बाबूलाल नागर और ममता नागर के साथ ही थानीवाल परिवार द्वारा किया गया। कथा का समापन बुधवार को हुआ। इस धार्मिक आयोजन में तनुज धाकड़ के साथ ही अखिल भारतीय किराड़ धाकड़ महासभा, नवयुवक मंडल का भी विशेष रूप से सहयोग रहा। कथा समापन पर महेश गुरूजी ने शिव महापुराण की व्याख्या की और कहा कि भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होने वाले देवता है और इनकी सामान्य रूप से ही आराधना व पूजा की जा सकती है। यही कारण है कि भगवान शिव को भोलेनाथ भी कहा जाता है और भोलेनाथ अपने भक्तों की मनोकामना अवश्य ही पूरी करते है।