भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नीमच जिले में गांधी सागर बांध और अन्य साधनों से हर किसान के खेत तक पानी पहुँचाएंगे। यहाँ के किसान पंजाब के किसानों को पीछे छोड़ देंगे। पूर्व सरकार ने गांधी सागर बांध से किसानों को पर्याप्त सिंचाई दिलवाने पर ध्यान नहीं दिया जबकि यह असंभव कार्य नहीं था।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उनके शब्दकोष में असंभव शब्द नहीं है। शीघ्र ही 3500 करोड़ रुपए लागत की नीमच- जावद सिंचाई योजना भी प्रारंभ की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान नीमच जिले के मनासा में विकास पर्व के कार्यक्रम में 1208 करोड़ रुपए की रामपुरा मनासा वृहद सूक्ष्म दाबयुक्त सिंचाई परियोजना के भूमि-पूजन सहित विभिन्न निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण कर रहे थे।चौहान ने कहा कि एक समय था जब नीमच जिले के लोगों को भोपाल तक आने-जाने में पूरा दिन लग जाता था। सड़कों का पता ही नहीं था। शहरों और गाँवों में बिजली नहीं होती थी। अब सरकार ने इन सब व्यवस्थाओं के साथ ही समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए कार्य किया है। सरकार की योजनाएँ और कार्यक्रम जनता को परिवार के सदस्य मानकर संचालित किए जा रहे हैं।
रामपुर-मनासा माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना
1208.89 करोड़ की रामपुरा-मनासा माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना में रामपुरा, मनासा, नीमच एवं जावद तहसील के कुल 215 गावों की 65 हजार 400 हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। इसके लिए गांधी सागर जलाशय के डूब क्षेत्र पर सेमली आंत्री एवं ग्राम बनडा पर दो पम्पिंग स्टेशनों का निर्माण कर, पाईप लाईन डाली जायेगी। कुल सिंचाई क्षेत्र को 30-30 हेक्टेयर के चक में तथा प्रत्येक तीस हेक्टेयर चक को 5-5 हेक्टेयर सब चक में विभाजित कर, सिंचाई के लिए जल उपलब्ध करवाया जायेगा। किसानों की सुविधा के लिए प्रत्येक तीस हेक्टेयर के चक पर स्वचलित आउटलेट मेनेजमेंट सिस्टम स्थापित किए जायेंगे, जहाँ से किसानों को निर्धारित दाब से निश्चित मात्रा में सिंचाई के लिए जल उपलब्ध हो सकेगा।