जबलपुर। निचली बस्तियों में जलभराव की स्थिति गुरुवार की सुबह से ही बनने लगी थीं। इस सूचना पर एसडीआरएफ की टीमों को रेस्क्यू के लिए संबंधित स्थानों की ओर रवाना कर दिया गया। सबसे ज्यादा गंभीर हालात पनागर के कंदराखेड़ा में रही।
यहां की निचली बस्ती में परियट नदी और पास में ही स्थित नहर का पानी आ जाने से करीब 90 लोग फंस गए थे।
एसडीआरएफ प्रभारी मनीष लोहत ने बताया कि सुबह पहली खबर बरेला थाना क्षेत्र के सिलपुरी-बड़गला से आई। यहां दो बच्चों के पानी में फंसने का पता चला। यहां टीम को रवाना किया गया, लेकिन जवानों के वहां पहुंचने से पहले ही स्थानीयजनों ने दोनों बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। दूसरी सूचना बरेला थाना क्षेत्र की ही समाधि रोड स्थित नंदनवन कालोनी से आई। यहां गौर नही की पानी अनेक घरों में भर गया। नंदनवन कालोनी से एसडीआरएफ की टीम ने 15 लोगों को पानी से बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
पानी की चुनौती का सामना करना पड़ा
कंदराखेड़ा में एसडीआएफ को दो तरफ से आ रहे पानी की चुनौती का सामना करना पड़ा। पहले तो परियट का बढ़ता जलस्तर लोगों के घरों को पानी-पानी कर रहा था, वहीं बगल की नहर से आ रहा पानी भी मुसीबत बढ़ा रहा था। चारों तरफ समंद्र जैसा नजारा होने की वजह से यह समझ पाना मुश्किल हो रहा था कि कहां कितना पानी है। यहां एसडीआरएफ और होमगार्ड के जवानों ने करीब 90 लोगों को पांच से छह फुट पानी से बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। अधारताल थाना क्षेत्र स्थित इमलिया में परियट नदी पार करते समय एक युवक नदी के तेज बहाव में बह गया। अधारताल टीआई शैलेष मिश्रा ने बताया कि पिपरिया निवासी अतुल उर्फ अत्तू यादव पिता जुम्मन यादव निवासी पिपरिया अपने चचेरे भाई और साथी के साथ परियट नदी पार कर रहा था। इसी दौरान उसके बह जाने का पता चला है। घअना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ के साथ रेस्क्यू शुरू किया गया। नदी के दाेनों तटों पर युवक की तलाश की गई, लेकिन उसका कहीं भी पता नहीं चल पाया।