उज्जैन। प्रस्तावित नागदा जिले के सीमाकंन के लिए राजस्व विभाग द्वारा गजट नोटिफिकेशन जारी दावें-आपत्ति आमंत्रित किए है। इसके साथ नागदा को जिले बनाने की प्रक्रिया आगे की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह संयोग ही है कि चुनावी वर्ष में नागदा प्रदेश के नए जिले के तौर पर आने वाला है। वहीं प्रदेश में जब-जब आए चुनाव,तब-तब मध्यप्रदेश में नए-नए जिले बने है और यह परंपरा 20 सालों से नहीं टूटी है।
राज्य शासन द्वारा 28 जुलाई 2023 को गजट नोटिफिकेशन करते हुए उज्जैन, रतलाम जिले की सीमाओं में परिवर्तन करके नए जिले नागदा के लिए की सीमाओं का निर्धारण किया गया है। इसकी अधिसूचना 28 जुलाई 2023 को प्रकाशित कर दी गई है। 26 अगस्त 2023 तक दावें/आपत्ति आमंत्रित किए गए है। मुख्यमंत्री द्वारा नागदा को 20 जुलाई 2023 को नागदा को जिला बनाने की घोषणा की थी। मध्यप्रदेश में साल 2000 के बाद से अब तक हर विधानसभा चुनाव से पूर्व जिलों का गठन हुआ है। हाल ही में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नागदा को जिला बनाने की घोषणा की है, इसके साथ जिलों की संख्या बढ़कर 54 पहुंच गई है। साल 2000 में हुए मध्य प्रदेश के पुर्नगठन के बाद जैसे-जैसे चुनाव आए वैसे-वैसे नए जिले भी बने। प्रदेश में साल 2000 के बाद से चार बार विधानसभा चुनाव हुए हैं और चारों चुनाव से पूर्व सरकार ने नए जिले बनाए हैं। हाल ही में नागदा जिला बनाने की घोषणा पूरी होते ही प्रदेश में जिलों की संख्या बढ़कर 54 तक पहुंच जाएगी। बता दें कि मध्य प्रदेश के पुर्नगठन के बाद 45 जिले थे, अब यह संख्या बढ़कर 54 तक पहुंच गई है (नागदा को शामिल करने पर) पिछले 23 सालों में प्रदेश में 9 नए जिले बने हैं।