Chaitra Navratri: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की युति को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। साथ ही इन ग्रहों की युति से कई प्रकार के योग का भी निर्माण होता है। बता दें कि हिन्दू पंचांग के अनुसार 28 मार्च को सुबह 02 बजकर 55 मिनट पर चंद्र ग्रह मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे और इस राशि पहले से ही मंगल ग्रह उपस्थित हैं। ऐसे में चंद्र और मंगल की युति से महालक्ष्मी राजयोग का निर्माण हो रहा है।ज्योतिष शास्त्र के अनुसार महालक्ष्मी राजयोग का निर्माण चंद्र और मंगल की युति से बनता है, जिससे सभी राशि के जातकों को लाभ मिलता है। जिस जातक की कुंडली में यह दोनों ग्रह मजबूत स्थिति में रहते हुए हैं, उनपर मां लक्ष्मी की कृपा रहती है। 28 मार्च को बन रहे हैं महालक्ष्मी राजयोग का शुभ प्रभाव 3 राशियों पर सबसे अधिक पड़ने वाला है।
मेष राशि
महालक्ष्मी राजयोग का शुभ प्रभाव मेष राशि के जातकों पर पड़ेगा। इस अवधि में आर्थिक वृद्धि हो सकती है और भाग्य का साथ मिल सकता है। साथ ही जिन लोगों का सपना सरकारी नौकरी पाना है और वह इसकी तैयारी भी कर रहे हैं, उन्हें भी इस अवधि में सफलता प्राप्त हो सकती है। पराक्रम में वृद्धि के भी योग बन रहे हैं।
मिथुन राशि
चंद्र और मंगल की युति से बन रहे महालक्ष्मी राजयोग का शुभ प्रभाव मिथुन राशि के जातकों पर भी पड़ सकता है। युति की अवधि में सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी हो सकती है और धनलाभ के भी संयोग बन रहे हैं। मान-सम्मान की प्राप्ति भी हो सकती है। राजनीति से जुड़े जातकों को इस अवधि में उच्च पद की प्राप्ति हो सकती है।