उज्जैन। श्रावण माह के अवसर भूत भावन भगवान महाकाल का मनोहारी श्रृंगार किया जा रहा है। आज गुरूवार को भी भी सुबह मंदिर के पंडे पुजारियों ने राजाधिराज महाकाल का श्रृंगार किया। भक्तों की भीड़ सुबह से ही मंदिर में थी और भक्तों ने अपने राजाधिराज का अद्भुत श्रृंगार दर्शन तो किए ही वहीं अपलक निहारा।
गौरतलब है कि राजाधिराज महाकाल उज्जैन के अधिपति है तथा मंदिर में हर दिन ही देश विदेश के श्रद्धालुओं का तांता
लगा रहता है। श्रावण माह के अवसर पर तो श्रद्धालुओं की भीड़ बहुत बढ़ गई है। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए व्यापक
व्यवस्थाएं की है तथा मंदिर आने वाले आस्थावानों को किसी तरह से परेशानी नहीं आ रही है। श्रद्धालुओं का यह कहना है किम्
मंदिर प्रशासन ने बेहतर व्यवस्थाएं की है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि श्रावण-भादौ के अवसर पर महाकाल की सवारियां
भी निकल रही है। प्रति सोमवार को ये सवारी शाम 4 बजे से मंदिर से शुरू होती है। अभी तक तीन सवारी निकल चुकी है। महाकाल की महिमा निराली है। इन्हें कालों का काल भी कहा जाता है। जो लोग सच्ची श्रद्धा से महाकाल की आराधना करते है उनकी मनोकामनाएं अवश्य ही पूरी होती है।