झाबुआ से संवाददाता दीपेश प्रजापति। झाबुआ चंद्रयान 3 के प्रक्षेपण के एक दिन पूर्व माँ त्रिपुरा कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग और माँ शारदा इंस्टिट्यूट ऑफ़ नर्सिंग की छात्र छात्राओं ने पद्मश्री रमेश परमार के मार्गदर्शन में प्रक्षेपण यान की प्रतिकृति बनाई
इसरो द्वारा भारत के बहु-चर्चित मिशन चंद्रयान 3 के प्रक्षेपण के पूर्व माँ त्रिपुरा कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग और माँ शारदा इंस्टिट्यूट ऑफ़ नर्सिंग के छात्र छात्राओं द्वारा पद्मश्री रमेश परमार के मार्गदर्शन में रॉकेट की आकृति बना कर इसरो को शुभकामना प्रेषित की। बता दें कि चाँद पर खोज के लिए सैटेलाइट भेजने वाले चुनिंदा देशों में भारत का नाम है भारत ने वर्ष 2008 में प्रथम बार चाँद पर सफल प्रक्षेपण कर दुनिया में गौरव प्राप्त किया था। वर्ष 2019 में चंद्रयान 2 का प्रक्षेपण आंशिक सफल रहा परंतु भारत के वैज्ञानिकों ने इतने कम वर्षों में चंद्रयान 3 तैयार किया जो कि प्रक्षेपण के लिए तैयार है। इसरो ने कम समय व कम खर्च में सैटेलाइट तैयार
कर दुनिया में अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत किया है।
इस अवसर पर संचालक ओम शर्मा ने कहा कि यह भारत के लिए गौरवमय क्षण है, देश के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य बनता है कि इस ऐतिहासिक दिन के लिए हमारे वैज्ञानिकों को हर संभव माध्यम से शुभकामनाएँ प्रेषित करें।
इस अवसर पर संस्था के संचालक अथर्व शर्मा, किरण शर्मा प्राचार्य प्रेमा जोश्मिन , उपप्राचार्य कपिल राठौर द्वारा विद्यार्थियों को बधाई दी।