सहारनपुर में भीम आर्मी के संस्थापक और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर पर हमला करने वाले चारों आरोपियों को पुलिस ने कैमरे के सामने लाकर घटना का पर्दाफाश कर दिया है.
सहारनपुर में भीम आर्मी के संस्थापक और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रशेखर पर हमला करने वाले चारों आरोपियों को पुलिस ने कैमरे के सामने लाकर घटना का पर्दाफाश कर दिया है. डीआइजी अजय साहनी ने बताया कि गिरफ्तार किये गये चारों हमलावरों ने चन्द्रशेखर के बयान से आहत होकर लगातार दिल्ली व अन्य जगहों पर हमले किये थे.
हमले के पीछे आरोपियों ने बताई यह वजह
पूछताछ में बताया कि पिछले कुछ महीनों में चन्द्रशेखर आजाद ने दिल्ली और आसपास के स्थानों पर ऐसे विरोधाभासी बयान दिए थे, जिससे हम लोग काफी आहत हुए थे. टोल से इसके शेड्यूल की जानकारी लेने के बाद हमने इसे उसी समय निपटाने का फैसला किया. इसके बाद हम देवबंद भी पहुंचे और कार्यक्रम की रेकी की. हमारे पास दो बंदूकें थीं.
बताया गया कि गाड़ी विकास (करनाल) की थी और वही उसे चला रहा था। उसके बगल में विकास उर्फ विक्की (रणखंडी) था और प्रशांत लविश और लविश के पीछे वाली सीट पर बैठा था. बताया कि कार्यक्रम के दौरान जैसे ही चन्द्रशेखर गाड़ी में बैठकर निकले तो कुछ दूर जाने के बाद स्पीड ब्रेकर के कारण गाड़ी की गति धीमी हो गई.
पुलिस ने आरोपियों को अंबाला से किया था गिरफ्तार
इसी दौरान चन्द्रशेखर की गाड़ी को ओवरटेक करते हुए फायरिंग की गई. पीछे बैठे विक्की (रणखंडी) ने दो और प्रशांत ने एक राउंड फायरिंग की। इसके बाद आरोपी वहां से भाग गए। वहीं, कुछ दूर जाने के बाद गाड़ी का तेल खत्म हो गया और हमलावर गाड़ी को मिरगपुर में छोड़कर भाग गए. इसके बाद वह जंगलों में छिप गया और फिर किसी तरह अंबाला पहुंच गया. वहीं, पुलिस ने चारों हमलावरों को अंबाला से गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने आरोपियों के पास से बरामद किया यह सामान
पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर फुलास रजवाहे की पुलिया के पास से दो तमंचे 315 बोर, चार कारतूस 315 बोर, तीन खोखे और घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट कार बरामद की, वहीं, डीजीपी की ओर से पुलिस टीम को 50 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है.